धुर्व बचपन से क्रिकेट खेलना चाहते थे. लेकीन उनके पिता उनके खेलने के खिलफ थे. उत्तर प्रदेश मे जन्मे धूर्व उनके पिता नेम सिंह जो कारगिल युद्ध मे योगदान दे चुके हैं.
England के खिलाफ जारी टेस्ट सिरीज मैच मे 7वा नंबर में बॉलेबाजी करने आये धुरु जूरेल ने भारत की टीम की तरफ से 90 रन बानये. राजकोट मे हुये मैच मे उहोने ने 46 रन की जबरजस्त पारी खेळी थी. धूत्व ने इस इस रन की पारी खेल कर क्रिकेट जगत मे तुफान ला दिये हैं.
धुरुव केवल 23 वर्ष के है. ये विकेतकीपर वी करते हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिज ने ढुर्व का खेल जबरजस्त रहा हैं. माना जा रहा हैं की धर्मशाळा टेस्ट सिरीज (7-11 मार्च) में उनको मौका दिया जयेगा.
पारिवारिक समस्या के बाद क्रिकेट खेला
उत्तर प्रदेश के अग्रारा मे जन्मे धुर यहा तक पहुचना बहुत मुश्किल था. उनके महेनात की कहानी सभी युवा खिलाडी के लिये एक रोले मॉडल है . 22 वर्ष के युवा खिलाडी के पिता नहीं कहते थे की क्रिकेट खेले. उनके पिता उन्हे सेना में बेझना चहते थे. तब वी धूरुव ने अपने सपने को चुना और यहा तक पहूच पाये.
IPL मे बी राजस्थान के टीम से खेल चुके हैं
आयपीएल टीम काभी सांदार प्रदर्शन रहे 2020 मे होने वाली आयपीएल में राजस्थान के तरफ से खेल चुके है. अभी तक टोटल इंडिया के 13 मॅच खेळकर इनहोने 152 बनाये.